Ipl 2025: ‘to Be Happy…’, Virat Kohli Broke Silence On Decision To Leave Captaincy Of India And Rcb – Amar Ujala Hindi News Live


विराट कोहली ने साल 2021 में भारतीय टीम और फिर बाद में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की कप्तानी छोड़ने के फैसले को लेकर चार साल बाद चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने लगभग एक दशक तक देश का और आईपीएल में अपनी फ्रेंचाइजी आरसीबी का नेतृत्व किया। हालांकि, 2021 में अचानक से कोहली ने पहले तो भारतीय टी20 टीम की और फिर आरसीबी की कप्तानी छोड़ दी थी। फिर उन्हें वनडे की कप्तानी से भी हटा दिया गया था। कोहली ने कहा कि फॉर्म में नहीं होने की वजह से उनकी बल्लेबाजी पर निगरानी रखी जा रही थी। तब उन्होंने सोचा कि अब बहुत हो गया और उन्होंने जिंदगी में खुश रहने के लिए आखिर में कप्तानी छोड़ने का फैसला किया। कुछ महीने बाद ही कोहली ने दक्षिण अफ्रीका से हार के बाद टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ दी थी।
‘ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो रहा था’
कोहली ने कहा कि वह अपने करियर में एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए थे जहां लगातार ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो गया था। उन्होंने ये बातें ‘आरसीबी बोल्ड डायरीज’ पॉडकास्ट में मयंती लैंगर से बातचीत करते हुए कही हैं। कोहली का नाम फिलहाल अवनीत कौर की इंस्टाग्राम पर तस्वीर लाइक करने की वजह से चर्चा में है। हालांकि, वह इस मामले पर सफाई दे चुके हैं। इसी कड़ी में उन्होंने पॉडकास्ट में अपनी कप्तानी को लेकर खुलकर बातचीत की।
‘खेल में बने रहने के लिए खुश रहना जरूरी’
कोहली ने 2022 में क्रिकेट से एक महीने का ब्रेक लिया था और उस दौरान उन्होंने बिल्कुल बल्ला नहीं छुआ था। उन्होंने कहा कि उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया था जब वह निजी जीवन में खुश रहने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैंने कप्तानी छोड़ दी क्योंकि मुझे लगा अगर मुझे इस खेल में बने रहना है तो उसके लिए मेरा खुश रहना जरूरी है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे अपने जीवन में एक ऐसी जगह की जरूरत थी जहां मैं सहज होकर रह सकूं और अपना क्रिकेट खेल सकूं। बिना किसी आलोचना के, बिना यह देखे कि आप इस सत्र में क्या करने जा रहे हैं और आगे क्या होने वाला है मैं अपना ध्यान पूरी तरह क्रिकेट पर लगा सकूं।’
‘अंडर-19 विश्व कप के बाद धोनी-कर्स्टन ने की मदद’
भारत को अंडर-19 विश्व कप में खिताबी जीत दिलाने से किसी को सीनियर टीम में आसानी से एंट्री नहीं मिलती है और न ही इसकी कोई गारंटी है। हालांकि, कोहली को अंडर-19 विश्व कप 2008 जीतने के तुरंत बाद ही भारतीय टीम में ब्रेक मिला था। उन्होंने कहा कि यह उनका दृढ़ संकल्प और तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच गैरी कर्स्टन का समर्थन था, जिसने उन्हें टीम में नंबर तीन स्थान सुरक्षित करने में मदद की।
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